"आपका कोटि-कोटि धन्यवाद, जो आपने अपनी जान जोखिम में डालकर यह समाचार हमे दिया। इस समाचार को सुनकर पूरे ब्रह्मांड में दिव्य ज्योति प्रचलित हुई है। एवं देव-दानव, असुर-असुर, गंधर्व, नाग, किन्नर, नर-ना री सभी आनंदित हुए हैं। यदि आप यह समाचार हमें नहीं देते तो देवराज इंद्र का सिहासन हिल जाता, विष्णु जी क्षीर सागर में अपनी निद्रा से जाग जाते हैं, ब्रह्मा अपनी समाधि तोड़ देते और शिव जी तांडव नृत्य शुरू कर देते हैं। संपूर्ण पृथ्वी पर हाहाकार मच जाता, प्रलय आ जाता। सभी पेड़-पौधे, पशु-पक्षी अग्नि में जलकर भस्म हो जाते हैं, परंतु आपने यह समाचार हमें देकर संपूर्ण पृथ्वी को महाविनाश से बचा लिया। यह समाचार देकर हमें कृतज्ञ कर दिया। हम जीवन भर और हमारी सात पीढ़ी आपके आभारी रहेंगे।
एक बार फिर से आपका धन्यवाद, बारम्बार प्रणाम।
"यही देखने के लिए तो में रिचार्ज करवाता हूं।